Saraswati puja, Basant panchami 2024 date: हिंदू धर्म में बसंत पंचमी का विशेष महत्व है। इस दिन मां सरस्वती का पूजन किया जाता है। जानें साल 2025 में बसंत पंचमी कब है, जानें कितने तारीख को सरस्वती पूजा है
बसंत पंचमी कितने तारीख को है जाने
अनुसार, बसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। 2025 में पंचमी तिथि 02 फरवरी को सुबह 09 बजकर 14 मिनट पर आरंभ होगी और 03 फरवरी को सुबह 06 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी। बसंत पंचमी का पर्व 2 फरवरी 2025, रविवार को मनाया जाएगा ।प
सरस्वती पूजा का शुभ समय
सरस्वती पूजा के लिए सबसे शुभ समय 2 फरवरी को सुबह 7:09 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक है. इस समय पूजा करने से मां सरस्वती की कृपा से ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि प्राप्त होती है.
बसंत पंचमी का महत्व
बसंत पंचमी न केवल एक धार्मिक त्योहार है, बल्कि यह प्रकृति और वसंत ऋतु के आगमन का भी उत्सव है.इस दिन लोग पीले कपड़े पहनते हैं और पीले रंग के व्यंजन बनाकर आनंद मनाते हैं, क्योंकि पीला रंग समृद्धि, सकारात्मकता और ऊर्जा का प्रतीक है. घरों और शैक्षणिक संस्थानों में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर उनकी पूजा-अर्चना की जाती है.बसंत पंचमी का महत्व केवल पूजा तक सीमित नहीं है.यह एक नए उत्साह और रचनात्मकता का प्रतीक भी है. यह दिन हर किसी के लिए ज्ञान, शांति और सृजनात्मकता का संदेश लेकर आता है।
पूजा की विधि जाने
ब्रह्म मुहूर्त में उठें।
स्नान आदि कार्य करने के बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
मंदिर में एक चौकी रखें। उसके ऊपर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। कपड़े के ऊपर मां सरस्वती की मूर्ति या फोटो स्थापित करें।
मूर्ति या फोटो को गंगाजल से स्नान कराएं।
देवी को धूप, दीप, फल, पीले फूल और पीली मिठाई आदि का भोग लगाएं। इस दौरान मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करें।
अंत में आरती करके पूजा का समापन करें।
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